Safer Internet Day 2018 – Are You Really Safe?
(नोट: इस पोस्ट को हिन्दी मे पढ़ने के लिए नीचे जाये)
Today is February 06, 2018. You might see a few tweets and Facebook posts here and there about this. Safer Internet Day was started off in 2004 in the UK which is now celebrated in more than 130 countries. People are doing their bit to make the Internet a better place on this day, are you?
Security is an ongoing process but given the fact that there is a lack of awareness and common sense in most of the cases, security is still a far-fetched concept. I will take an example of a bank. You can not protect its infrastructure from breaches if
- The password to access technologically-advanced (read state-of-the-art) security systems is admin@123.
- You have locked every door but left keys at the main door,
- Your Security Guards are sleeping and they do not have any weapons, and so on.
This list can go on and on. Right from the start, we have believed that awareness plays a vital role in an individual’s security, privacy, safety, and all such similar words.
So, here are a few points for you to go through to make sure that you are not digging your own grave –
- You shall never set your passwords as names/birthdays/phone numbers of your family members and friends. Try including special characters such as @,#,$,%, etc and numbers in your passwords so that you are not prone to shoulder surfing and dictionary attacks.
- Keep different passwords for different accounts. It will take a bit of an effort at your end but it is your online presence, after all.
- Oversharing might not always be the right choice. Sharing your live location, for example, when you are travelling with your family may lead to inviting thieves to your home.
- Every social media platform has privacy settings. Before going all guns blaze, make sure to at least read through them once.
- There is no free lunch. Your bank, government departments, some charity in South Africa or some will-executor will never call you to give ₹ 10 lakh or even more.
- When you are doing online transactions via internet banking, always check the URL. And if you are doing mobile banking, always download the legitimate applications from the app store.
If you need any help, feel free to contact us via email at contact@cyberblogindia.in or drop a message on our Facebook page.
सेफ़र इंटरनेट डे 2018 – क्या आप सुरक्षित है?
आज 6 फ़रवरी 2018 है | हो सकता है की आज आपने कुछ फ़ेसबूक पोस्ट्स ओर ट्वीट्स सेफ़र इंटरनेट डे के बारे मे देखी हो | सेफ़र इंटरनेट डे की शुरुआत 2004 मे यूनाइटेड किंगडम मे हुई थी पर अब ये दिन 130 से भी ज्यादा देशों मे मनाया जाता है | लोग इस दिन इंटरनेट को एक बेहतर जगह बनाने के लिए अपने प्रयास कर रहे है, क्या आप भी कर रहे है ?
सुरक्षा एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है लेकिन अगर ये तथ्य देखा जाये की अधिकांश साइबर अपराधों की जड़ जागरूकता और सामान्य ज्ञान की कमी ही है, सुरक्षा अभी भी एक दूर की अवधारणा है | मैं एक बैंक का उदाहरण लेता हूँ | आप एक बैंक को हैक होने से या चोरी होने से नहीं बचा सकते अगर –
- बैंक मे लगी हुई तकनीकी रूप से उन्नत सुरक्षा प्रणालियों का पासवर्ड admin@123 रख देते है ,
- आपने हर दरवाज़े पर ताला तो लगा दिया है पर आपने चाबियाँ बाहर ही छोड़ दी है,
- आपके सेक्युर्टी गार्ड्स सो रहे है और उनके पास किसी भी तरह के हथियार नहीं है, आदि|
इस लिस्ट मे ऐसे काफी उदाहरण दिये जा सकते है | शुरू से ही हम मानते है की जागरूकता किसी भी व्यक्ति की ऑनलाइन सुरक्षा, गोपनीयता, और ऐसे सारे समान शब्दों मे एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है |
इसी कड़ी मे नीचे कुछ टिप्स दिये गए है जिससे आप सुनिश्चित करे की आप ऑनलाइन दुनिया मे कहीं अपनी खुद की ही कब्र तो नहीं खोद रहे है –
- कभी भी अपने परिवार के सदस्यों और दोस्तो के नाम/जन्मदिन/फोन नंबर को अपने पासवर्ड के रूप मे नहीं सेट करे | आप अपने पासवर्ड मे स्पेशल कैरेक्टर जैसे की #,@,!,$,% और अंकों का इस्तेमाल करे जिससे आप शोल्डर सर्फिंग, डिक्शनरी अटैक, आदि से बच सके|
- अपने हर अकाउंट के लिए अलग अलग पासवर्ड रखे | आपको थोड़ा सा प्रयास करना पड़ेगा पर ये आपकी ही ऑनलाइन सुरक्षा की बात है |
- जरूरत से ज्यादा जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर करना हमेशा सही नहीं होता है | उदाहरण के तौर पर अगर आप अपने परिवार वालों के साथ कहीं बाहर है और अपनी लाइव लोकेशन साझा करते है, तो आप खुद ही चौरों को आपके घर आने का निमंत्रण दे रहे है |
- हर सोशल मीडिया प्लैटफ़ार्म पर प्राइवसी सेटिंग्स होते है | अपनी कोई भी जानकारी शेयर करने से पहले कम से कम एक बार तो उन्हे देखे |
- दुनिया मे कोई भी चीज़ मुफ्त मे नहीं मिलती | आपकी बैंक, कोई भी सरकारी डिपार्टमेंट, दक्षिण अफ्रीका मे कोई चैरिटी, या फिर कोई विल-एक्सेक्युटर आपको ₹ 10 लाख या और भी ज्यादा राशि देने के लिए कॉल नहीं करेगा |
- इंटरनेट बैंकिंग के द्वारा कोई भी लेन-देन करने के पहले URL जाँच ले | अगर आप मोबाइल बैंकिंग कर रहे है तो सुनिश्चित करे की आपने सही एप्प डाउनलौड़ करी है |
अगर आप को किसी भी तरह की मदद चाहिए तो बेझिझक हमे contact@cyberblogindia.in पर ईमेल करे या फिर हमारे फ़ेसबूक पेज़ पर मैसेज करे |